यूपी सरकार की छात्रों के लिए बड़ी छात्रवृत्ति योजना, मिलेगा विदेश में शिक्षा का मौका!
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी छात्रवृत्ति योजना
उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण छात्रवृत्ति योजना शुरू की है, जिससे उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। यह योजना खास तौर पर उन प्रतिभाशाली छात्रों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने यूनाइटेड किंगडम के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) के साथ चेवनिंग-अटल बिहारी वाजपेयी उत्तर प्रदेश राज्य सरकार छात्रवृत्ति योजना के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
योजना के बारे में
समझौता ज्ञापन पर लखनऊ में भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। यूपी कैबिनेट ने हाल ही में इस योजना को मंजूरी दी है, जिसमें राज्य सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष (2025-26) में कार्यक्रम के लिए 2 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
योजना का उद्देश्य
इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के मेधावी छात्रों को शिक्षा, अनुसंधान और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनाना है। यह योजना राज्य की शिक्षा प्रणाली को बदलने और छात्रों को वैश्विक नेतृत्व भूमिकाओं के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
छात्रवृत्ति में क्या शामिल है?
- ट्यूशन फीस
- परीक्षा और अनुसंधान शुल्क
- जीवन निर्वाह भत्ता
- यूके आने-जाने का हवाई किराया
कितने छात्रों को मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत, हर साल उत्तर प्रदेश के पांच मेधावी छात्रों को यूके के शीर्ष विश्वविद्यालयों में मास्टर डिग्री हासिल करने का अवसर मिलेगा। इन विश्वविद्यालयों में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस शामिल हैं।
योजना की अवधि
यह कार्यक्रम 2025-26 शैक्षणिक सत्र में शुरू होगा और तीन वर्षों तक चलेगा, जिसमें 2028-29 सत्र से नवीनीकरण की संभावना है।
खर्च
प्रति छात्र अनुमानित कुल लागत £38,048 से £42,076 (45-48 लाख रुपये) के बीच है। राज्य का योगदान लगभग £19,800 (23 लाख रुपये) है। शेष राशि FCDO द्वारा दी जाएगी।
यह योजना भारत और यूके के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाती है, खासकर प्रधान मंत्री...