TCS और Infosys के शेयरों में उछाल, ब्रोकरेज ने दी खरीदारी की सलाह!

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भारतीय आईटी सेक्टर पिछले दो दशकों में सालाना 12.5% की दर से बढ़ा है, हालांकि पिछले तीन से पांच वर्षों में इसने निफ्टी से कम प्रदर्शन किया। अब, ब्रोकरेज फर्मों के सकारात्मक रुख के बाद प्रमुख आईटी कंपनियों, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इंफोसिस के शेयरों में सोमवार को 3% से अधिक की वृद्धि हुई।

इन्वेस्टेक ने इंफोसिस को 'बाय' रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य 1,655 रुपये रखा है, जबकि जेपी मॉर्गन ने टीसीएस को 'ओवरवेट' रेटिंग दी है और इसके लक्ष्य मूल्य को 3,650 रुपये से बढ़ाकर 3,800 रुपये कर दिया है।

TCS के शेयरों में तेजी के कारण

हाल के वर्षों में टीसीएस का प्रदर्शन व्यापक बाजार से कम रहा है, और इसका ट्रेलिंग प्राइस-टू-अर्निंग मल्टीपल 41x से घटकर 20x हो गया है। पिछले पांच वर्षों में, कंपनी ने 8.5% का लाभ सीएजीआर दर्ज किया है, लेकिन इसका स्टॉक सीएजीआर केवल 6% था। इस साल टीसीएस के शेयरों में 20% से अधिक की गिरावट आई, लेकिन जेपी मॉर्गन को वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी छमाही से कारोबार में सुधार की उम्मीद है।

Infosys का प्रदर्शन और मार्गदर्शन

इस बीच, इंफोसिस ने अपने FY26 राजस्व मार्गदर्शन के निचले स्तर को 0-3% से बढ़ाकर 1-3% कर दिया है। चॉइस इक्विटीज ने कहा कि टैरिफ और भू-राजनीतिक चुनौतियों के कारण मांग कम बनी हुई है, लेकिन एआई-आधारित परिवर्तन और लागत-दक्षता पहल FY26 की दूसरी छमाही में मजबूत विकास को बढ़ावा दे सकती हैं। चॉइस ने इंफोसिस को 'बाय' रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य 1 रुपये रखा है।

Q1 अर्निंग्स स्नैपशॉट

टीसीएस ने Q1FY26 में 12,760 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल 12,040 करोड़ रुपये था, जो 6% की वृद्धि दर्शाता है। परिचालन से राजस्व में साल-दर-साल 1.3% की वृद्धि हुई और यह 63,437 करोड़ रुपये रहा। तिमाही में एक मजबूत ऑर्डर बुक और परिचालन लचीलापन भी देखा गया। Q1 का कुल अनुबंध मूल्य (TCV) $9.4 बिलियन था।

टीसीएस को लागत अनुकूलन, विक्रेता समेकन और एआई-आधारित व्यापार परिवर्तन के माध्यम से अपने व्यवसाय को प्रभावित करने वाली चुनौतियों का सामना करने का विश्वास है।

निष्कर्ष

आईटी सेक्टर की दीर्घकालिक कहानी अभी भी बरकरार है। भारतीय आईटी पिछले दो दशकों में सालाना 12.5% की दर से बढ़ा है, हालांकि पिछले तीन से पांच वर्षों में इसने निफ्टी से कम प्रदर्शन किया। ब्रोकरेज फर्मों के सकारात्मक रुख और कंपनियों द्वारा उठाए जा रहे कदमों से आईटी सेक्टर में भविष्य में और तेजी देखने को मिल सकती है।

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