गुरु रंधावा के गाने 'अज़ुल' पर विवाद: स्कूली छात्राओं का यौन चित्रण?

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गुरु रंधावा का नया गाना 'अज़ुल' रिलीज़ होने के बाद से ही विवादों में घिर गया है। गाने में स्कूली छात्राओं के यौन चित्रण और शराब से उनकी तुलना करने को लेकर गायक की कड़ी आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने गाने के वीडियो को 'समस्याग्रस्त' बताया है और इसे नाबालिगों के उत्पीड़न और यौन शोषण को बढ़ावा देने वाला बताया है।

'अज़ुल' में क्या है?

'अज़ुल' के म्यूजिक वीडियो में गुरु रंधावा एक फोटोग्राफर की भूमिका निभा रहे हैं जो एक गर्ल्स स्कूल में क्लास फोटो लेने जाता है और फिर युवा लड़कियों का यौन चित्रण करता है। वीडियो की शुरुआत में एक चेतावनी दी गई है: 'यह वीडियो अत्यधिक व्यसनकारी है।' हालाँकि, वीडियो को देखकर कई लोग हैरान हैं। गुरु ने न केवल स्कूली छात्राओं का यौन चित्रण किया है, बल्कि उनकी तुलना विभिन्न शराब ब्रांडों से भी की है।

शराब से तुलना

गाने में गुरु रंधावा ने 15 बार शराब का संदर्भ दिया है। उन्होंने महिलाओं की सुंदरता का वर्णन करने के लिए शराब को एक रूपक के रूप में इस्तेमाल किया है। कुछ उदाहरण:

  • "नी बोतल अज़ुल दिये" - अज़ुल (प्रीमियम टकीला)
  • "नखरा आ जिवें डॉन जूलियो बाटली" - डॉन जूलियो (प्रीमियम टकीला)
  • "8 पीएम दा नशा जिवें चलदी दोनाली" - 8 पीएम (व्हिस्की ब्रांड)
  • "ब्लेंडेड स्कॉच वांगु रंग तेरा ब्राउन" - ब्लेंडेड स्कॉच

कई महिलाओं ने गायक को युवा लड़कियों के 'समस्याग्रस्त' चित्रण के लिए फटकार लगाई है। कुछ ने यह भी कहा कि वीडियो केवल नाबालिगों के उत्पीड़न और यौन शोषण के विचार को बढ़ावा देता है। हालांकि वीडियो में महिलाएं वयस्क हैं, लेकिन वे स्कूल में पढ़ने वाली युवा लड़कियों का चित्रण कर रही हैं।

प्रतिक्रिया

गुरु रंधावा को वीडियो जारी होने के बाद से ही कड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है। कई लोगों ने गाने को 'घिनौना' और 'आपत्तिजनक' बताया है। कुछ ने तो यह भी कहा है कि उन्हें गुरु रंधावा के गाने सुनना बंद कर देना चाहिए।

यह देखना बाकी है कि गुरु रंधावा इस विवाद पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।

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