एसबीआई ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के ऋण खातों को धोखाधड़ी घोषित किया
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के ऋण खातों को धोखाधड़ी घोषित कर दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) और बैंक ऑफ इंडिया के बाद एसबीआई ऐसा करने वाला तीसरा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। आरोप है कि आरकॉम ने ऋण की शर्तों का उल्लंघन किया और धन का दुरुपयोग किया।
एसबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि बैंक ने आरकॉम को कई नोटिस भेजे थे, लेकिन कंपनी संतोषजनक जवाब देने में विफल रही। प्रवक्ता ने कहा कि बैंक अब आरकॉम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।
अनिल अंबानी समूह के एक प्रवक्ता ने आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि समूह अदालत में अपना नाम साफ करने की कोशिश करेगा। प्रवक्ता ने कहा कि आरकॉम के 14 ऋणदाताओं का एक संघ था। 10 साल से अधिक की देरी के बाद, कुछ ऋणदाताओं ने अब अनिल अंबानी को लक्षित करते हुए एक कंपित और चयनात्मक तरीके से कार्यवाही शुरू करने का विकल्प चुना है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी आरकॉम के ऋण खातों को धोखाधड़ी घोषित किया है। बैंक ने कहा कि आरकॉम ने उधार लिए गए धन का दुरुपयोग किया, ऋण की आय को डायवर्ट किया, अनधिकृत संबंधित-पार्टी लेनदेन किए और अंतर-कॉर्पोरेट जमा का अनुचित उपयोग किया।
बीओबी का आरकॉम पर कुल फंड- और गैर-फंड-आधारित एक्सपोजर ₹2,463 करोड़ था, जिसमें से ₹1,656 करोड़ अगस्त के अंत तक बकाया था। ऋण और गारंटी को पहली बार 5 जून, 2017 को गैर-निष्पादित के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
बैंक ऑफ इंडिया ने भी आरकॉम के ऋण खातों को धोखाधड़ी घोषित किया है। बैंक ने कहा कि आरकॉम ने धन का दुरुपयोग किया और ऋण की शर्तों का उल्लंघन किया।
इन घोषणाओं से आरकॉम के शेयरों में गिरावट आई है। कंपनी के शेयर आज 10% से अधिक गिर गए।
यह मामला भारतीय कॉरपोरेट जगत में ऋण चूक और धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों पर प्रकाश डालता है। सरकार और नियामक इन मामलों को रोकने और बैंकों के हितों की रक्षा करने के लिए कदम उठा रहे हैं।
आगे की कार्रवाई
एसबीआई अब आरकॉम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। अन्य ऋणदाता भी ऐसा करने पर विचार कर सकते हैं। इस मामले में आगे की जानकारी आने पर हम आपको अपडेट करते रहेंगे।
मुख्य बिंदु
- एसबीआई ने आरकॉम के ऋण खातों को धोखाधड़ी घोषित किया।
- बीओबी और बैंक ऑफ इंडिया ने भी ऐसा ही किया है।
- आरकॉम पर धन के दुरुपयोग और ऋण की शर्तों के उल्लंघन का आरोप है।
- अनिल अंबानी समूह ने आरोपों का खंडन किया है।