दिल्ली पुलिस: साइबर धोखाधड़ी, नकली हेल्पलाइन और हत्या के मामलों का खुलासा
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण मामलों का खुलासा किया है, जिसमें साइबर धोखाधड़ी, नकली हेल्पलाइन और एक हत्या का मामला शामिल है। इन मामलों में, पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कड़ी मेहनत की है।
साइबर धोखाधड़ी का पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जहां धोखेबाज रक्षा अधिकारियों के रूप में पेश आते थे और फोन के माध्यम से पीड़ितों से संपर्क करते थे। ये कॉल करने वाले पीड़ितों को संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए राजी करते थे, जिससे वित्तीय शोषण का मार्ग प्रशस्त होता था। साथ ही, नकली खातों का उपयोग धन को स्थानांतरित करने या लॉन्ड्रिंग करने के लिए किया जाता था।
विश्लेषकों ने पाया कि सिंडिकेट ने विश्वास को फंसाने के लिए नकली कॉल का आयोजन किया, जबकि शेल बैंक खातों ने बिना पता लगाए पैसे को निकालने में मदद की। स्पूफ किए गए नंबर, डीप फेक सर्टिफिकेट और व्हाट्सएप वीडियो कॉल जैसे तकनीकी उपकरणों ने उनके धोखे को बढ़ाया, जिससे लोगों को विश्वास हो गया कि वे वैध अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
नकली हेल्पलाइन धोखाधड़ी का भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस ने एक नकली हेल्पलाइन धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया है, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान उमर मुख्तार (57) और असलम उर्फ बाबा उर्फ मोहम्मद साहिर काज़मी (26) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता को एक नकली कस्टमर केयर नंबर के माध्यम से लगभग 13.85 लाख रुपये की ठगी हुई थी। आरोपी ऑनलाइन-भुगतान एप्लिकेशन के अधिकारियों के रूप में पेश आए और उन्होंने शिकायतकर्ता को एक दुर्भावनापूर्ण एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए धोखा दिया, जिससे उन्हें उसके पैसे निकालने की अनुमति मिल गई।
सास की हत्या के आरोप में महिला गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने अपनी सास की हत्या के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है, जो पांच साल से फरार थी। आरोपी की पहचान कौशल्या देवी (50) के रूप में हुई है।
कौशल्या देवी और उसके साथियों ने अपनी सास नीरज की गला दबाकर हत्या कर दी थी। जांच के दौरान, दो अन्य आरोपियों - राम अवतार और ब्रह्म सिंह - को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, कौशल्या देवी गिरफ्तारी से बचने के लिए भाग गई थी।
इन मामलों से पता चलता है कि दिल्ली पुलिस अपराध को रोकने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कितनी प्रतिबद्ध है।