अगस्त में UIDAI ने रिकॉर्ड किए 221 करोड़ से ज़्यादा आधार प्रमाणीकरण लेन-देन

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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने अगस्त महीने में 221 करोड़ से अधिक आधार प्रमाणीकरण लेन-देन दर्ज किए हैं। यह आंकड़ा भारत की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और आधार के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि आधार-आधारित प्रमाणीकरण प्रभावी कल्याण वितरण और सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए एक सहायक के रूप में कार्य कर रहा है। आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक पहुंच सरल और सुरक्षित हुई है, जिससे नागरिकों को काफी सुविधा मिली है।

चेहरे के प्रमाणीकरण का बढ़ता उपयोग

अगस्त में, 18.6 करोड़ चेहरे के प्रमाणीकरण लेन-देन पूरे किए गए। यह AI-आधारित चेहरा प्रमाणीकरण उपयोगकर्ताओं को फेस स्कैन के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित करने की अनुमति देता है, जिससे सुरक्षा मानकों को बनाए रखते हुए सुविधा सुनिश्चित होती है। चेहरे के प्रमाणीकरण की बढ़ती लोकप्रियता यह दर्शाती है कि लोग इसे एक सुविधाजनक और सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं।

आधार: डिजिटल इंडिया का आधार

आधार, डिजिटल इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण आधारशिला साबित हुआ है। यह न केवल पहचान का एक विश्वसनीय प्रमाण है, बल्कि यह विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं और लेनदेन को सुगम बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आधार के माध्यम से, सरकार सीधे लाभार्थियों के खातों में सब्सिडी और अन्य लाभ हस्तांतरित करने में सक्षम हुई है, जिससे भ्रष्टाचार को कम करने में मदद मिली है।

  • आधार प्रमाणीकरण डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है।
  • यह कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी वितरण में सहायक है।
  • चेहरे का प्रमाणीकरण एक सुविधाजनक और सुरक्षित विकल्प है।
  • आधार डिजिटल इंडिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

UIDAI नागरिकों को आधार के सुरक्षित और ज़िम्मेदार उपयोग के बारे में शिक्षित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

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