एंजल वन के शेयर में गिरावट: साप्ताहिक विकल्प समाप्ति पर SEBI की समीक्षा का असर
एंजल वन लिमिटेड के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की गई, जो 5% तक पहुंच गई। यह गिरावट भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा साप्ताहिक फ्यूचर और ऑप्शन (F&O) अनुबंधों की समाप्ति पर पुनर्विचार करने की खबरों के बाद आई है।
सीएनबीसी-टीवी18 के सूत्रों के अनुसार, सेबी अगले महीने एक परामर्श पत्र जारी करने की संभावना है जिसमें साप्ताहिक एफएंडओ अनुबंधों को समाप्त करने और मासिक समाप्ति की ओर बढ़ने पर विचार किया जाएगा। नियामक एक्सचेंजों में एक ही दिन की समाप्ति पर भी विचार कर रहा है और अगले सप्ताह की शुरुआत में उनके साथ परामर्श शुरू हो जाएगा।
मुख्य कारण: सेबी का संभावित हस्तक्षेप
सेबी के इस कदम का उद्देश्य खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सीमित करना भी है। परामर्श पत्र में एफएंडओ खंडों में खुदरा भागीदारी पर अंकुश लगाने के लिए एक सीमा का सुझाव दिया जा सकता है। यह खबर एंजल वन के शेयरों के लिए नकारात्मक साबित हुई है, क्योंकि कंपनी का व्यवसाय काफी हद तक खुदरा निवेशकों पर निर्भर है।
अगस्त में भी, सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांता पांडे ने डेरिवेटिव अनुबंधों के लिए लंबी अवधि के बारे में बात की थी, जिसके बाद बीएसई और एंजल वन के शेयरों में 9% तक की गिरावट आई थी।
शेयर बाजार पर प्रभाव
आज की गिरावट के बाद, एंजल वन के शेयर ₹2,242 पर कारोबार कर रहे हैं, जो 4% कम है। पिछले एक महीने में स्टॉक में 12% की गिरावट आई है। बीएसई के शेयर भी आज 3% नीचे कारोबार कर रहे हैं।
- एंजल वन के शेयरों में 5% तक की गिरावट
- सेबी द्वारा साप्ताहिक एफएंडओ अनुबंधों की समाप्ति पर पुनर्विचार
- खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सीमित करने की संभावना
यह देखना दिलचस्प होगा कि सेबी इस मामले में आगे क्या कदम उठाता है और इसका एंजल वन और शेयर बाजार पर क्या प्रभाव पड़ता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और निवेश करने से पहले सभी कारकों पर विचार करें।