काबुल से दिल्ली: विमान के लैंडिंग गियर में छुपा अफगान लड़का!
एक चौंकाने वाली घटना में, 13 वर्षीय अफगान लड़का काबुल से दिल्ली एक यात्री विमान के लैंडिंग गियर में छिपकर यात्रा करने में सफल रहा। यह घटना सुरक्षा चूक और हवाई यात्रा के खतरों को उजागर करती है।
घटना का विवरण
यह लड़का, जो उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदुज शहर का रहने वाला है, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान उतरने के बाद रनवे पर घूमता हुआ पाया गया। भारतीय सुरक्षा कर्मियों ने उसे हिरासत में लिया और कई घंटों तक पूछताछ की, जिसके बाद उसे उसी उड़ान से वापस काबुल भेज दिया गया।
लड़के ने कथित तौर पर अधिकारियों को बताया कि उसने जिज्ञासावश यह यात्रा की। सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के एक प्रवक्ता ने कहा कि लड़का काम एयरलाइंस की उड़ान RQ-4401 में बिना किसी की नज़र में आए यात्रा करने में सफल रहा, जो रविवार को लगभग 11:10 (05:40 GMT) पर दिल्ली में उतरी थी।
खतरनाक यात्रा
विमान के पहिये के कुएं में छिपना अवैध यात्रियों द्वारा अपनी इच्छित यात्राओं में उपयोग की जाने वाली सबसे आम विधि है, भले ही यह अविश्वसनीय रूप से खतरनाक हो। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने 2019 में कहा कि विमान पर अवैध रूप से सवारी करने की कोशिश करने वाले 77% से अधिक लोग मर गए हैं।
लैंडिंग गियर के वापस लेने पर अवैध यात्री अक्सर कुचल जाते हैं, क्योंकि वहां ज्यादा जगह नहीं होती है; कई विमानों में, जगह एक कार के ट्रंक से भी छोटी होती है। जैसे ही उड़ान अधिक ऊंचाई पर पहुंचती है, स्थितियां खराब होती जाती हैं। ऑक्सीजन का स्तर बेहद कम हो जाता है और अवैध यात्री अक्सर होश में रहने के लिए संघर्ष कर सकते हैं। उड़ान के दौरान, विमान के बाहर का तापमान नाटकीय रूप से गिर सकता है, अवैध यात्रियों को शीतदंश और यहां तक कि हाइपोथर्मिया का खतरा होता है।
सुरक्षा चिंताएं
यह घटना हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है। एक 13 वर्षीय लड़का बिना किसी की नज़र में आए विमान में कैसे चढ़ गया? इस घटना से सबक सीखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
काबुल से दिल्ली तक लैंडिंग गियर में छिपकर एक अफगान लड़के की यात्रा एक असाधारण और खतरनाक घटना है। यह हवाई यात्रा के खतरों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है।