इनकम टैक्स रिफंड: ₹700 करोड़ से ज़्यादा के झूठे दावे! हेराफेरी का पर्दाफाश
इनकम टैक्स रिफंड को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। आयकर विभाग ने ₹700 करोड़ से ज़्यादा के झूठे रिफंड दावों का पता लगाया है। ये मामले वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 से जुड़े हैं, जिनमें फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए रिफंड पाने की कोशिश की गई थी।
कैसे पकड़ी गई हेराफेरी?
आयकर विभाग इनकम टैक्स रिटर्न भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रहा है। इसी जांच में यह खुलासा हुआ है कि कई लोगों ने गलत बिलों और अन्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रिफंड का दावा किया था।
सूत्रों के मुताबिक, 20,000 से ज़्यादा रिफंड मामलों की जांच चल रही है। शुरुआती जांच में मिले सबूतों के आधार पर आयकर विभाग ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
एडवांस टैक्स भरने वालों को तकनीकी खामी का सामना
वहीं, दूसरी ओर, आयकर पोर्टल में तकनीकी खामी के चलते एडवांस टैक्स भरने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। 15 सितंबर को एडवांस टैक्स भरने वाले कई करदाताओं के खातों में उनकी राशि अपने आप वापस आ गई।
दरअसल, 15 सितंबर को नॉन-ऑडिट मामलों के लिए आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि थी। पोर्टल पर दबाव होने के कारण ठीक से काम नहीं कर रहा था। हालांकि, आयकर विभाग ने रिटर्न भरने की तारीख को एक दिन बढ़ाकर 16 सितंबर कर दिया, लेकिन एडवांस टैक्स भरने वालों को कोई राहत नहीं मिली।
क्या करें करदाता?
अगर आपने भी इनकम टैक्स रिफंड के लिए दावा किया है, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी ज़रूरी दस्तावेज़ मौजूद हैं और वे सही हैं। किसी भी तरह की गलत जानकारी देने से बचें। अगर आपको एडवांस टैक्स भरने में कोई परेशानी आ रही है, तो आयकर विभाग की वेबसाइट पर दिए गए निर्देशों का पालन करें या किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।
- अपनी सभी जानकारी को ध्यान से जांचें।
- सही दस्तावेज जमा करें।
- किसी भी गलत जानकारी से बचें।