अंडर-19 टीम में चयन: क्या रिश्वतखोरी हावी है? कोचों का सनसनीखेज खुलासा!

अंडर-19 टीम में चयन: क्या रिश्वतखोरी हावी है? कोचों का सनसनीखेज खुलासा! - Imagen ilustrativa del artículo अंडर-19 टीम में चयन: क्या रिश्वतखोरी हावी है? कोचों का सनसनीखेज खुलासा!

अंडर-19 क्रिकेट टीम में चयन को लेकर चौंकाने वाले खुलासे

भारतीय क्रिकेट में अंडर-19 टीम में चयन को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। भास्कर की एक इन्वेस्टिगेशन में रोहित शर्मा, वीरेंद्र सहवाग, शिखर धवन, इशांत शर्मा और युजवेंद्र चहल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के कोचों ने कैमरे पर कई सनसनीखेज बातें कही हैं। इन कोचों का दावा है कि अंडर-19 टीम में जगह बनाने के लिए रिश्वतखोरी का बोलबाला है।

सहवाग के कोच रहे एएन शर्मा ने कहा, 'अगर आप अपने लड़के को अंडर-19 खेलाना चाहते हैं, तो जेब में 15-16 लाख रुपए होने चाहिए। अंतिम 11 में खेलने के लिए भी खिलाड़ियों से पैसा मांगा जाता है।'

चहल के कोच रणधीर सिंह ने एक चौंकाने वाली बात कही, 'एक लड़का वर्ल्ड कप खेल कर आता है और उसे स्टेट टीम में नहीं लिया जाता। हमने सबसे पूछा, किसी के पास कोई जवाब नहीं था।' यह दर्शाता है कि प्रतिभा के बावजूद, कुछ खिलाड़ियों को सिस्टम में फिट होने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।

रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड ने मुंबई क्रिकेट में भ्रष्टाचार की बात कही, 'मुंबई में भी चयन में पैसा चलता है, लेकिन कोई आवाज नहीं उठा सकता, उठाने पर खिलाड़ी का करियर खत्म समझो।'

क्या है पूरी कहानी?

इन कोचों के खुलासे ने भारतीय क्रिकेट में चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या वास्तव में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका मिलने के बजाय, रिश्वतखोरी के चलते बाहर कर दिया जाता है? यह एक गंभीर मामला है जिसकी जांच होनी चाहिए।

इन खुलासों ने क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया है। युवा खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले इस भ्रष्टाचार को उजागर करना जरूरी है।

  • क्या बीसीसीआई इस मामले की जांच करेगा?
  • क्या दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई होगी?
  • क्या युवा खिलाड़ियों को एक निष्पक्ष मौका मिलेगा?

यह देखना होगा कि इन आरोपों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) क्या कदम उठाता है।

लेख साझा करें