अरुण यादव का कांग्रेस नेतृत्व पर हमला: विचारधारा की लड़ाई!
पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पार्टी की विचारधारा को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि केवल भाषणों और बयानों से जहरीली विचारधाराओं का मुकाबला नहीं किया जा सकता।
अरुण यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "सिर्फ भाषणों और बयानों से जहरीली विचारधाराओं से लड़ना असंभव है। पार्टी और उसकी विचारधारा के लिए एक वैचारिक और सतही संघर्ष समय की आवश्यकता है।" उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में सरकार बनाने के सपने को साकार करने के लिए सभी को एकजुट होकर समन्वय और एकता के साथ अपनी विचारधारा के लिए लड़ना होगा।
यादव ने राहुल गांधी के संघर्ष की सराहना करते हुए कहा कि अगर हम अपने नेता राहुल गांधी के साहस और ईमानदारी का एक प्रतिशत भी अपना लें, तो मध्य प्रदेश में संघर्ष का रास्ता आसान हो जाएगा।
वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी अरुण यादव के बयान का समर्थन किया है, जिससे पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर बहस और तेज होने की संभावना है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस मध्य प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही है।
आगे क्या होगा?
अरुण यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह बढ़ने की आशंका है। देखना होगा कि पार्टी नेतृत्व इस मामले पर क्या रुख अपनाता है और क्या अरुण यादव के विचारों को महत्व दिया जाता है या नहीं।
- क्या कांग्रेस पार्टी अपनी रणनीति में बदलाव करेगी?
- क्या अरुण यादव को पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी?
इन सवालों का जवाब आने वाले समय में ही मिल पाएगा।