NCTE: भारत में 3000 शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज रद्द, प्रवेश 2025-26 बंद

NCTE: भारत में 3000 शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज रद्द, प्रवेश 2025-26 बंद - Imagen ilustrativa del artículo NCTE: भारत में 3000 शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज रद्द, प्रवेश 2025-26 बंद

NCTE का बड़ा फैसला: 3000 शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज रद्द

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने भारत भर में लगभग 3,000 शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों (TEI) की मान्यता रद्द कर दी है। यह कार्रवाई अनिवार्य शैक्षणिक और प्रशासनिक रिपोर्टिंग आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहने के कारण की गई है। इस फैसले के बाद, ये कॉलेज शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए अधिकृत नहीं होंगे।

NCTE ने पाया कि इन संस्थानों ने लगातार दो वर्षों - 2021-22 और 2022-23 - के लिए अपनी प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (PAR) जमा नहीं की, जबकि उन्हें कई बार समय सीमा बढ़ाने और अनुस्मारक भेजने के बाद भी। PAR प्रणाली, जिसे 2019 में शुरू किया गया था, संस्थानों को बुनियादी ढांचे के विवरण, संकाय योग्यता, ऑडिट किए गए खातों और भू-टैग किए गए सबूतों सहित सत्यापन योग्य डेटा अपलोड करने का आदेश देती है।

कई बार समय सीमा बढ़ाने के बाद, जिसमें 30 दिसंबर, 2024 की अंतिम कट-ऑफ भी शामिल थी, NCTE ने 2025 की शुरुआत में गैर-अनुपालन वाले संस्थानों को कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। जवाबों की समीक्षा करने के बाद, NCTE अधिनियम, 1993 की धारा 17 के तहत क्षेत्रीय समितियों ने मान्यता रद्द करने की सिफारिश की।

सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर प्रदेश पर

इस फैसले का व्यापक प्रभाव पड़ा है, खासकर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां कुल अपंजीकृत संस्थानों में से 1,059 इसी राज्य से हैं। इसके बाद महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक का स्थान आता है।

NCTE का उद्देश्य

NCTE का उद्देश्य शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है। यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान सभी आवश्यक मानकों को पूरा करें। यह फैसला इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • छात्रों को अब इन कॉलेजों में प्रवेश नहीं मिलेगा।
  • शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
  • गैर-अनुपालन वाले कॉलेजों पर लगाम लगेगी।

यह कदम शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Compartir artículo