अंतरतारकीय धूमकेतु 3I/एटलस: नासा की नई खोज, सौर मंडल में अनोखा मेहमान!
नासा ने हाल ही में एक अंतरतारकीय धूमकेतु की खोज की है, जिसे 3I/एटलस नाम दिया गया है। यह धूमकेतु हमारे सौर मंडल में प्रवेश करने वाला तीसरा ज्ञात अंतरतारकीय पिंड है, जिससे खगोलविदों में उत्साह है। यह खोज चिली में नासा द्वारा वित्त पोषित एटलस (Asteroid Terrestrial-impact Last Alert System) सर्वेक्षण दूरबीन द्वारा की गई थी।
3I/एटलस: एक अनोखा यात्री
3I/एटलस धनु नक्षत्र की दिशा से आ रहा है और वर्तमान में पृथ्वी से लगभग 670 मिलियन किलोमीटर दूर स्थित है। यह धूमकेतु पृथ्वी के लिए कोई खतरा नहीं है और सूर्य के चारों ओर अपनी यात्रा के दौरान कम से कम 240 मिलियन किलोमीटर की दूरी बनाए रखेगा। खगोलविदों का अनुमान है कि यह 30 अक्टूबर के आसपास सूर्य के सबसे करीब पहुंचेगा, जो मंगल की कक्षा के ठीक अंदर होगा।
खोज की प्रक्रिया
एटलस दूरबीन ने 1 जुलाई, 2025 को पहली बार इस धूमकेतु को देखा था। इसके बाद, दुनिया भर की विभिन्न एटलस दूरबीनों और कैलिफ़ोर्निया के पालोमर वेधशाला में ज़्विकी ट्रांजिएंट फैसिलिटी के अभिलेखागार से खोज से पहले के अवलोकन भी एकत्र किए गए। ये 'पूर्व-खोज' अवलोकन 14 जून तक के हैं। खोज के बाद से कई दूरबीनों ने अतिरिक्त अवलोकन दर्ज किए हैं।
वैज्ञानिकों में उत्साह
अंतरतारकीय धूमकेतु का आकार और भौतिक गुण दुनिया भर के खगोलविदों द्वारा जांचे जा रहे हैं। माना जा रहा है कि 3I/एटलस सितंबर तक जमीनी दूरबीनों से दिखाई देता रहेगा, जिसके बाद यह अवलोकन के लिए सूर्य के बहुत करीब से गुजरेगा।
पहले के अंतरतारकीय पिंड
इससे पहले, दो अन्य अंतरतारकीय पिंडों को हमारे सौर मंडल से गुजरते हुए देखा गया था: 2017 में 1I/ओउमुआमुआ और 2019 में धूमकेतु 2I/बोरिसोव। 3I/एटलस इन दोनों से काफी तेज गति से यात्रा कर रहा है और संभवतः बहुत पुराना भी है।
- 1I/ओउमुआमुआ: 2017 में खोजा गया, यह एक अजीब आकार का पिंड था।
- 2I/बोरिसोव: 2019 में खोजा गया, यह एक धूमकेतु था।
- 3I/एटलस: 2025 में खोजा गया, यह भी एक धूमकेतु है और वैज्ञानिकों के लिए अध्ययन का एक महत्वपूर्ण विषय है।
यह खोज खगोलविदों को हमारे सौर मंडल के बाहर के पिंडों के बारे में अधिक जानने का अवसर प्रदान करती है और हमें ब्रह्मांड की विशालता और विविधता का एहसास कराती है।