सावन: आज से शुरू, घर पर आसान विधि से करें शिवलिंग की पूजा
भगवान शिव का प्रिय महीना सावन आज, 11 जुलाई से शुरू हो गया है और 9 अगस्त (रक्षा बंधन) तक चलेगा। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सावन में शिव पूजा का विशेष महत्व है और भक्त पूरे महीने उपवास और व्रत रखते हैं। ऐसी मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सावन में शिव पूजा का महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस महीने में भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद और अन्य पवित्र चीजें चढ़ाते हैं। सावन में रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व है। रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
घर पर शिवलिंग की पूजा कैसे करें
यदि आप मंदिर नहीं जा पा रहे हैं, तो आप घर पर भी शिवलिंग की पूजा कर सकते हैं। घर पर शिवलिंग की पूजा करने के लिए, आपको निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होगी:
- शिवलिंग
- जल
- दूध
- दही
- शहद
- फूल
- फल
- धूप
- दीप
पूजा विधि:
- सबसे पहले, शिवलिंग को जल से स्नान कराएं।
- फिर, शिवलिंग पर दूध, दही और शहद चढ़ाएं।
- इसके बाद, शिवलिंग पर फूल और फल चढ़ाएं।
- अब, धूप और दीप जलाएं।
- अंत में, भगवान शिव की आरती करें और उनसे आशीर्वाद लें।
सावन के सोमवार
इस बार सावन में चार सोमवार (14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त) रहेंगे। सावन के सोमवार का विशेष महत्व है। इन दिनों में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सावन के सोमवार को व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
सावन में कावड़ यात्रा
सावन में कावड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है। कावड़ यात्रा में भक्त गंगा नदी से जल भरकर लाते हैं और उस जल को शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। कावड़ यात्रा को भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक माना जाता है।
सावन में अन्य व्रत और त्योहार
सावन के महीने में कई अन्य व्रत और त्योहार भी मनाए जाते हैं, जैसे कि हरियाली तीज, नाग पंचमी और रक्षा बंधन। ये सभी व्रत और त्योहार हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं। इस फेस्टिवल सीजन में सावन से देवउठनी एकादशी (1 नवंबर) तक कई व्रत-उत्सव मनाए जाएंगे।