विश्व युवा कौशल दिवस: भारत में कौशल विकास को बढ़ावा
विश्व युवा कौशल दिवस: भारत में कौशल विकास को बढ़ावा
विश्व युवा कौशल दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो युवाओं को कौशल विकास के महत्व के बारे में जागरूक करता है। यह दिन कौशल विकास और प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। भारत में, यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि देश में एक बड़ी युवा आबादी है जिसे रोजगार योग्य बनाने की आवश्यकता है।
मेधावी ग्रुप ने हाल ही में अपने 13वें स्थापना दिवस को मनाया, जो कौशल और शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तनकारी प्रभाव डाल रहा है। मेधावी ग्रुप की स्थापना 2012 में शिक्षा और रोजगार के बीच बढ़ती खाई को पाटने के लिए एक जमीनी आंदोलन के रूप में हुई थी। समय के साथ, यह दृष्टिकोण एक राष्ट्रीय मिशन में विकसित हुआ है, जो कौशल विकास, नौकरी-उन्मुख कार्यक्रमों और नवीन शिक्षा मार्गों के माध्यम से राज्यों में हजारों युवाओं को सशक्त बना रहा है।
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी (MSU) की स्थापना 2021 में हुई, जो कार्य-एकीकृत शिक्षा को संस्थागत बनाने वाला भारत का पहला विश्वविद्यालय है। MSU राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दृष्टिकोण का प्रतीक है, जहां लचीलापन, कौशल विकास और वास्तविक दुनिया का अनुप्रयोग एक साथ आते हैं।
कौशल विकास भारत के लिए एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। सरकार ने युवाओं को विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करने के लिए कई पहल शुरू की हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को रोजगार योग्य बनाना और उन्हें बेहतर आजीविका अर्जित करने में मदद करना है।
कौशल विकास के लाभ:
- बेहतर रोजगार क्षमता
- उच्च आय
- जीवन की गुणवत्ता में सुधार
- आर्थिक विकास में योगदान
विश्व युवा कौशल दिवस हमें कौशल विकास के महत्व को याद दिलाता है। यह युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों में भाग लेने और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अवसर है।
सरकार, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज को मिलकर काम करना चाहिए ताकि युवाओं को कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जा सकें। यह भारत को एक कुशल और प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगा।