अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस: डिजिटल युग में भारतीय खेल की धूम!
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस: डिजिटल युग में भारतीय खेल की धूम!
शतरंज, जिसकी उत्पत्ति प्राचीन भारत में 'चतुरंग' के रूप में हुई, सदियों से विकसित होकर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित खेलों में से एक बन गया है। यह खेल आज तेजी से बढ़ते डिजिटल युग में भी प्रासंगिक बना हुआ है, जिसके दर्शकों की संख्या बहुत अधिक है।
कोविड-19 लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन शतरंज में भारी वृद्धि हुई है, जिसने अप्रत्याशित रूप से खेल को बढ़ावा दिया है। नेटफ्लिक्स की लोकप्रिय श्रृंखला 'द क्वीन्स गैम्बिट' की वैश्विक सफलता और Chess.com, Twitch और YouTube जैसे प्लेटफार्मों पर शतरंज स्ट्रीमर्स के तेजी से विकास ने शतरंज को मुख्यधारा की पॉप संस्कृति में ला दिया है।
Chess.com द्वारा 2020 में शुरू की गई टूर्नामेंट श्रृंखला 'पोगचैम्प्स' ने लोकप्रिय स्ट्रीमर्स और हस्तियों को शामिल करके लाखों लोगों को शतरंज से परिचित कराया, जिनमें से प्रत्येक को कुलीन ग्रैंडमास्टर्स द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। लेवी रोज़मैन (GothamChess) और बोटेज़ सिस्टर्स (Alexandra और Andrea) जैसे प्रमुख स्ट्रीमिंग व्यक्तित्वों ने Twitch और YouTube दोनों पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स बनाए हैं। उनकी सुलभ, शैक्षिक और मनोरंजक शैली ने शतरंज को युवा दर्शकों के लिए अधिक आकर्षक और प्रासंगिक बना दिया है।
2024 में, Chess.com पर 7.6 बिलियन से अधिक गेम खेले गए। प्लेटफॉर्म ने विश्व स्तर पर 200 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को पार कर लिया है, जिसमें भारत से 9 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय खिलाड़ी हैं और औसतन 550,000 नए साइनअप प्रति माह जुड़ रहे हैं। गेमप्ले के अलावा, दर्शकों की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई है, इस वर्ष शतरंज ने 925 मिलियन ऑर्गेनिक व्यूज प्राप्त किए हैं, जो साल-दर-साल 640 प्रतिशत की अविश्वसनीय वृद्धि को दर्शाता है।
भारत में शतरंज का भविष्य उज्ज्वल है, और यह डिजिटल युग में भी अपनी लोकप्रियता बनाए रखने के लिए तैयार है।