रोहित शर्मा: क्या उनके उदय से शिखर धवन का करियर खत्म हो गया?
भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्होंने अपनी प्रतिभा और लगन से क्रिकेट की दुनिया में एक खास मुकाम हासिल किया है। लेकिन, क्या उनके उदय ने किसी और के करियर पर नकारात्मक प्रभाव डाला? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि शिखर धवन, जो कभी रोहित शर्मा के जिगरी यार माने जाते थे, का टेस्ट करियर रोहित शर्मा के टेस्ट ओपनर बनने के बाद लगभग खत्म हो गया।
रोहित शर्मा ने पहले टी20 और फिर टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला लिया। टेस्ट क्रिकेट में छठे नंबर पर बल्लेबाजी से शुरुआत करने के बाद ओपनिंग में आने से उनके करियर को जीवनदान मिला। उन्होंने साल 2013 में सचिन तेंदुलकर के करियर के आखिरी टेस्ट मैच से डेब्यू किया था। छठे नंबर पर खेलने उतरे इस खिलाड़ी ने शानदार 177 रन की पारी खेल डाली थी। धमाकेदार शुरुआत के बाद प्रदर्शन में गिरावट की वजह से उनको बाहर होना पड़ा।
रोहित शर्मा ने 2013 में टेस्ट डेब्यू के बाद से 2018 तक 27 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने कुछ शानदार पारियां खेलीं। लेकिन, 2019 में ओपनिंग में मौका मिलने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने ओपनर के तौर पर कई रिकॉर्ड बनाए और टीम इंडिया के लिए कई महत्वपूर्ण मैच जीते।
शिखर धवन, जो पहले से ही वनडे टीम का अहम हिस्सा थे, टेस्ट टीम में भी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, रोहित शर्मा के ओपनर बनने के बाद उनके लिए रास्ते लगभग बंद हो गए। धवन को मौके मिले, लेकिन वे उन्हें भुनाने में असफल रहे।
क्या रोहित शर्मा की वजह से शिखर धवन का करियर बर्बाद हो गया? यह एक जटिल सवाल है जिसका जवाब देना आसान नहीं है। क्रिकेट एक प्रतिस्पर्धी खेल है और हर खिलाड़ी को अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। रोहित शर्मा ने अपने मौके का फायदा उठाया और शिखर धवन ऐसा नहीं कर पाए। यह क्रिकेट की क्रूर सच्चाई है।
शिखर धवन का योगदान
शिखर धवन ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो योगदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने वनडे और टी20 में कई यादगार पारियां खेली हैं और टीम को कई मैच जिताए हैं। भले ही उनका टेस्ट करियर उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, लेकिन वे हमेशा भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहेंगे।
आगे की राह
रोहित शर्मा और शिखर धवन दोनों ही भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी हैं। दोनों ने अपने-अपने तरीके से टीम के लिए योगदान दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में दोनों खिलाड़ी किस तरह से भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाते हैं।