बजाज फाइनेंस के शेयरों में गिरावट: MSME लोन पर चिंता!
मुंबई: बजाज फाइनेंस के शेयरों में शुक्रवार को 4.7% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट विश्लेषकों द्वारा माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) क्षेत्र में परिसंपत्ति गुणवत्ता (Asset Quality) को लेकर जताई गई चिंताओं के बाद आई है। पहली तिमाही के नतीजों के बाद MSME क्षेत्र में दबाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
जेपी मॉर्गन ने एक क्लाइंट नोट में कहा, "हमें लगता है कि कंपनी विकास मार्गदर्शन (Growth Guidance) में गिरावट के जोखिम और MSME बुक में कुछ तनाव बढ़ने से नकारात्मक आय संशोधन (Negative Earnings Revisions) देख सकती है।"
शुक्रवार को ₹913.65 पर बंद हुआ स्टॉक दिन में पहले 6.4% तक गिर गया था। अधिकांश विश्लेषकों के लिए मूल्य लक्ष्य (Price Target) 6% से 18% के बीच ऊपर की ओर संकेत करता है। वहीं, यूबीएस (UBS) का मूल्य लक्ष्य 18% की गिरावट का सुझाव देता है।
MSME क्षेत्र में परिसंपत्ति गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, जिससे बजाज फाइनेंस के शेयरों पर दबाव बना हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि निकट भविष्य में स्टॉक में सीमित तेजी की संभावना है। निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन पर नजर रखने की सलाह दी जाती है, खासकर MSME पोर्टफोलियो में होने वाले बदलावों पर।
MSME सेक्टर की चुनौतियां
MSME सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन यह कई चुनौतियों का सामना करता है, जिनमें शामिल हैं:
- ऋण तक सीमित पहुंच
- उच्च ब्याज दरें
- भुगतान में देरी
- नियामक अनुपालन
बजाज फाइनेंस पर प्रभाव
MSME सेक्टर में चुनौतियों का बजाज फाइनेंस पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि यह क्षेत्र कंपनी के ऋण पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि MSME ऋणों की गुणवत्ता बिगड़ती है, तो बजाज फाइनेंस को नुकसान हो सकता है।
हालांकि, बजाज फाइनेंस ने MSME सेक्टर में जोखिमों को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ऋण मूल्यांकन प्रक्रिया को मजबूत करना
- ऋण निगरानी को बढ़ाना
- विविधीकरण रणनीति