सावन का अंतिम सोमवार: पूजा विधि, मंत्र और शुभकामना संदेश
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है और सावन का अंतिम सोमवार विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। इस साल सावन का अंतिम सोमवार [तारीख डालें] को है।
सावन के अंतिम सोमवार की पूजा विधि
सावन के अंतिम सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर के मंदिर में या किसी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। जलाभिषेक करते समय 'ओम नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
भगवान शिव को बेलपत्र, फूल, फल, और मिठाई अर्पित करें। धूप और दीप जलाएं। शिव चालीसा या शिव स्तुति का पाठ करें। अंत में आरती करें और भगवान शिव से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करें।
सावन के अंतिम सोमवार के शक्तिशाली मंत्र
- ओम नमः शिवाय
- ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
- ओम तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।।
सावन के अंतिम सोमवार के शुभकामना संदेश
सावन के अंतिम सोमवार के अवसर पर अपने प्रियजनों को शुभकामना संदेश भेजकर इस दिन को और भी खास बनाएं। यहां कुछ शुभकामना संदेश दिए गए हैं:
- भगवान शिव की कृपा आप पर सदैव बनी रहे। सावन के अंतिम सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं!
- ओम नमः शिवाय! यह सावन का अंतिम सोमवार आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।
- सावन के इस पावन अवसर पर भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें।
सावन का अंतिम सोमवार भगवान शिव की आराधना का एक विशेष दिन है। इस दिन श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करके आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।