भारत-अमेरिका तनाव के बीच पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी प्रेम क्यों उमड़ रहा है?

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भारत-अमेरिका तनाव के बीच पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी प्रेम क्यों उमड़ रहा है?

हाल के दिनों में, भारत और अमेरिका के बीच तनाव की खबरें आ रही हैं। इस बीच, एक दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिल रहा है: अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति प्रेम उमड़ रहा है। यह घटनाक्रम कई सवाल खड़े करता है। क्यों अमेरिका, भारत के साथ तनाव के बावजूद, पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में रुचि दिखा रहा है?

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए इस्लामाबाद को आतंकवाद विरोधी अभियानों और व्यापार में वाशिंगटन का प्रमुख साझेदार बताया। उन्होंने भविष्य में भी इसी तरह से काम करने की प्रतिबद्धता जताई है। यह बयान भारत के लिए एक चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि यह अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बढ़ती घनिष्ठता का संकेत देता है।

पाकिस्तान की 'मक्कारी' विश्व विख्यात है। उसे सिर्फ डॉलर दिखते हैं। भारत ने जब अमेरिका के महादबाव में भी रूस का साथ नहीं छोड़ा, तब पाकिस्तान ने मौका देखते ही पाला बदल लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उसे जरा सी लिफ्ट क्या मिली, उसने चीन को दुलत्ती मार दी। यह वही चीन है जिसने पाकिस्तान को अरबों का कर्ज देकर डिफॉल्ट होने से बचाया। अब अमेरिका की गोद में बैठकर वह चीन के साथ भी वही करने की सोच रहा है।

हालांकि, पूरे सीन में भारत की एंट्री से सीन चेंज होगा। पाकिस्तान को इस बार धोखा देने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। वह पड़ोस में बैठी दो महाशक्तियों से सात समंदर पार बैठे अमेरिका के भरोसे ऐसा कर रहा है।

क्या हैं इसके कारण?

  • भू-राजनीतिक हित: पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति में स्थित है, जो अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
  • आतंकवाद विरोधी सहयोग: पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के साथ सहयोग किया है।
  • क्षेत्रीय स्थिरता: अमेरिका पाकिस्तान को क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी मानता है।

भारत के लिए क्या हैं निहितार्थ?

अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बढ़ती घनिष्ठता भारत के लिए कई निहितार्थ हो सकते हैं। भारत को इस स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और अपनी विदेश नीति को समायोजित करने की आवश्यकता है।

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