जितिया व्रत 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

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जितिया व्रत 2025: संतान की दीर्घायु के लिए विशेष व्रत

जितिया व्रत, जिसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में संतान की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है। हर साल आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को यह व्रत मनाया जाता है। इस साल, 2025 में, यह व्रत 14 सितंबर को मनाया जाएगा।

यह व्रत पुत्रवती महिलाओं द्वारा निर्जला और निराहार रहकर किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान स्वस्थ और दीर्घायु होती है। इस दिन महिलाएं पूरे विधि-विधान से पूजा करती हैं और जितिया व्रत की कथा सुनती हैं।

जितिया व्रत का शुभ मुहूर्त

14 सितंबर, 2025 को सर्वार्थ सिद्धि योग में जितिया व्रत किया जाएगा। रविवार को सरगही (ओठगन) सुबह 5:53 से पहले करने का मुहूर्त है।

जितिया व्रत की पूजा विधि

जितिया व्रत के दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर, व्रत का संकल्प लें। इसके बाद, पूजा स्थल पर जितिया की प्रतिमा स्थापित करें। प्रतिमा को फूल, फल, मिठाई और अन्य सामग्री अर्पित करें। जितिया व्रत की कथा सुनें या पढ़ें। अंत में, आरती करें और प्रसाद वितरित करें।

बाजार में रौनक

व्रत की पूर्व संध्या पर बाजारों में खूब चहल-पहल देखी गई। महिलाओं ने फल, पूजन सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की। महंगाई का असर व्रती महिलाओं के उत्साह पर नहीं दिखा।

जितिया व्रत का महत्व

  • संतान की लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए यह व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
  • यह व्रत माता और संतान के बीच के अटूट बंधन को दर्शाता है।
  • यह व्रत परिवार में सुख और समृद्धि लाता है।

इस जितिया व्रत पर, अपनी संतान के सुख और समृद्धि की कामना करें!

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