उदयपुर फाइल्स: दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म रिलीज को दी मंजूरी
दिल्ली हाईकोर्ट ने 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। यह फिल्म 2022 में उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले पर आधारित है। अदालत ने गुरुवार को फिल्म की रिलीज को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया।
मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता के पक्ष में प्रथम दृष्टया मामला स्थापित करने में विफल रहने के बाद फिल्म पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया।
फिल्म निर्माता ने पहले ही फिल्म में अपनी जीवन भर की कमाई खर्च कर दी है और अगर फिल्म रिलीज नहीं होती है तो सुविधा का संतुलन बिगड़ जाएगा। अदालत ने कहा, ''एक बार जब बोर्ड द्वारा फिल्म को प्रमाणित कर दिया गया है और प्रदर्शनी से मुकदमे के प्रभावित होने की संभावना नहीं है, तो हम फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की प्रार्थना से सहमत होने में असमर्थ हैं।''
बुधवार को, सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने विवादास्पद फिल्म 'उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर' के प्रमाणन को चुनौती देने वाली सभी संशोधन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिससे इसके सार्वजनिक प्रदर्शन का मार्ग प्रशस्त हो गया।
याचिकाकर्ता, मोहम्मद जावेद, जो कन्हैया लाल हत्याकांड में आरोपी है, ने फिल्म की रिलीज का विरोध करते हुए तर्क दिया कि फिल्म में उसकी भूमिका को गलत तरीके से चित्रित किया गया है और इससे निष्पक्ष सुनवाई के उसके अधिकार का उल्लंघन होगा। जावेद की वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता मेनका गुरुस्वामी ने तर्क दिया कि फिल्म की सामग्री आरोप पत्र को दर्शाती है और सीधे तौर पर अपराध में उनके मुवक्किल की कथित भूमिका को दर्शाती है।
हालांकि, अदालत ने इन तर्कों को खारिज कर दिया और फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दे दी। अदालत ने कहा कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल गई है और इससे मुकदमे की कार्यवाही प्रभावित होने की संभावना नहीं है। अदालत ने यह भी कहा कि फिल्म निर्माता ने फिल्म में पहले ही काफी निवेश कर दिया है और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से उसे काफी नुकसान होगा।
फिल्म के बारे में
'उदयपुर फाइल्स' 2022 में उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले पर आधारित है। फिल्म में इस घटना के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है, जिसमें हत्या की साजिश, हत्या का निष्पादन और उसके बाद की जांच शामिल है। फिल्म में हत्या के पीछे के कारणों और हत्यारों के इरादों को भी उजागर किया गया है।
विवाद
फिल्म की रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई थी। कई संगठनों ने फिल्म की सामग्री पर आपत्ति जताई है और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इन संगठनों का तर्क है कि फिल्म सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकती है और हिंसा को भड़का सकती है।
रिलीज
'उदयपुर फाइल्स' 8 अगस्त को रिलीज होने वाली है। यह देखना होगा कि फिल्म को दर्शकों से कैसी प्रतिक्रिया मिलती है।